घमंड की बीमारी* 'शराब' जैसी है साहब,
खुद को छोड़कर सबको पता चलता है कि इसको चढ़ गयी है...!!"
ज़िंदगी में कम से कम, एक दोस्त "काँच" जैसा और एक दोस्त "परछाईं" जैसा रखो, क्योंकि "काँच" कभी झूठ नहीं बोलता और "परछाईं" कभी साथ नहीं छोड़ती