मन बड़ा चमत्कारी शब्द है ,
इसके आगे न लगाने पर यह नमन हो जाता है
और पीछे न लगाने पर मनन हो जाता है...
जीवन में नमन और मनन करते चलिए ,
जीवन सफल ही नहीं सार्थक भी हो जाएगा.
इंशान के परिचय की शरुआत भले ही चेहरे से होती होगी ,
लेकिन उसकी सम्पूर्ण पहचान तो वाणी , विचार , एवं कार्यों से ही होती है ...!!!!!
🍁🍁🍁 सुप्रभात 🍁🍁🍁