सुप्रभात

“अपनी भूल कबूल करके स्वीकारने से दो फायदे रहते हैं,
एक तो अपनी खुद की आत्मा पर बोझ नहीं रहता दूसरा संबंधों में सरलता आ जाती है..!!”

“दो ही चीजें ऐसी हैं, जिन्हें देने में किसी का कुछ नहीं जाता..
एक मुस्कुराहट और दूसरी दुआ,
हमेंशा बांटते रहिए, हमेंशा बढ़ती रहेंगी.....”

🍁🍁🍁 सुप्रभात 🍁🍁🍁

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