अन्य सभी भावनाओं की तरह, क्रोध एक सहज मानवीय वृत्ति है। किसी को बहुत जल्दी गुस्सा आ जाता है, फिर से जल्दी ही उसका गुस्सा दूर हो जाता है। किसी को गुस्सा बहुत देर से आता है और उसका गुस्सा बहुत जल्दी कट जाता है।